क्यों,बहुत डरे-डरे से लग रहे हो?मैंने पूछ लिया।कहीं कुत्ता-उत्ता तो नहीं है ना?उसने मुझ क्यों,बहुत डरे-डरे से लग रहे हो?मैंने पूछ लिया।कहीं कुत्ता-उत्ता तो नहीं है ना?उ...
कई आंसुओं के साथ बूढ़े ने दुकानदार से पूछा, फिर मेरे बच्चे मुझे क्यों नहीं बुला रहे हैं कई आंसुओं के साथ बूढ़े ने दुकानदार से पूछा, फिर मेरे बच्चे मुझे क्यों नहीं बुला ...
मौका देखकर सहमे हुए सारे बच्चे फौरन वहाँ से अपने-अपने घरों को दौड़ गये। मौका देखकर सहमे हुए सारे बच्चे फौरन वहाँ से अपने-अपने घरों को दौड़ गये।
बच्चे के मुँह से ऐसा सुनते ही बेटे और बहु दोनों काँप उठे बच्चे के मुँह से ऐसा सुनते ही बेटे और बहु दोनों काँप उठे
लेखक- अलेक्सांद्र रास्किन ; अनुवाद - आ. चारुमति रामदास लेखक- अलेक्सांद्र रास्किन ; अनुवाद - आ. चारुमति रामदास
कुत्तों का नाम भी बड़ा अजीबोगरीब है-फुचु, टिकटिकी, छुपछुपी, भुतो, बिनुनी। कुत्तों का नाम भी बड़ा अजीबोगरीब है-फुचु, टिकटिकी, छुपछुपी, भुतो, बिनुनी।